Topic:- Explain What is Ambedkar Circuit-समझाये क्या है अंबेडकर सर्किट
नमस्कार दोस्तों , आप का फिर एक बार सुवागत है हॉट टॉपिक्स के ब्लॉग मे, आज जो बात करने वाले है वो है की Explain What is Ambedkar Circuit-समझाये क्या है अंबेडकर सर्किट के बारे मे l आज हम जानेगे की कैसे आंबेडकर सर्किट,रामायण सर्किट और बौद्ध सर्किट के समान है , चलये शुरू करते है आज का हॉट टॉपिक :
अम्बेडकर सर्किट (Ambedkar Circuit) क्या है?
अंबेडकर सर्किट को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित विशेष एसी ट्रेन का उपयोग करने पर विचार कर रही है जो भारत में बी.आर. अंबेडकर से जुड़े विभिन्न स्थानों को कवर करती है। Explain What is Ambedkar Circuit-समझाये क्या है अंबेडकर सर्किट
# अंबेडकर सर्किट के बारे मे मुख्य बिंदु :-
1. केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने धर्मशाला में राज्य के पर्यटन मंत्रियों के 3 दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए अंबेडकर सर्किट को कवर करने के लिए एक
विशेष ट्रेन शुरू करने की घोषणा की। Explain What is Ambedkar Circuit-समझाये क्या है अंबेडकर सर्किट
2. इसे पहली बार 2016 में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
3. इसमें आंबेडकर के जन्मभूमि (मध्य प्रदेश में अम्बेडकर का जन्मस्थान), दीक्षा भूमि (नागपुर में वह स्थान जहाँ अंबेडकर ने बौद्ध धर्म ग्रहण किया था),
महापरिनिर्वाण भूमि (दिल्ली में वह स्थान जहाँ उनका निधन हुआ) और चैत्य भूमि (मुंबई में उनके दाह संस्कार का स्थान) शामिल किया गया है l Explain
What is Ambedkar Circuit-समझाये क्या है अंबेडकर सर्किट
4. हाल ही में लॉन्च किए गए रामायण सर्किट और बौद्ध सर्किट के समान होगा प्रस्तावित अंबेडकर सर्किट l
5. वर्तमान में रामायण, बौद्ध और उत्तर पूर्व सर्किट के लिए विशेष ट्रेनें उपलब्ध किया गया है l Explain What is Ambedkar Circuit-समझाये क्या है
अंबेडकर सर्किट
स्वदेश दर्शन योजना (Swadesh Darshan Scheme)Explain What is Ambedkar Circuit-समझाये क्या है अंबेडकर सर्किट
# परिचय
स्वदेश दर्शन योजना पर्यटन मंत्रालय द्वारा 2014-2015 में थीम आधारित पर्यटन सर्किट के एकीकृत विकास को प्राप्त करने के लिए शुरू की गई थी। इस केंद्रीय क्षेत्र की योजना के तहत, सरकार ने 15 पर्यटक सर्किट की पहचान की। Explain What is Ambedkar Circuit-समझाये क्या है अंबेडकर सर्किट इनमें तटीय सर्किट, , विरासत, रामायण सर्किट, बौद्ध सर्किट, उत्तर पूर्व, हिमालय, सूफी, कृष्णा, ग्रामीण, , डेजर्ट सर्किट, इको सर्किट, आदिवासी और तीर्थंकर सर्किट शामिल हैं। मार्च 2022 तक, सरकार ने इन 15 सर्किटों में 76 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इसका समग्र उद्देश्य स्वच्छ भारत अभियान, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया आदि योजनाओं को एकीकृत करके देश भर में पर्यटन क्षेत्र में नौकरियों को बढ़ावा देना है।
# महत्त्व
स्वदेश दर्शन और PRASAD (तीर्थयात्रा कायाकल्प एवं आध्यात्मिक, विरासत संवर्द्धन अभियान) योजनाओं के तहत पर्यटन मंत्रालय पर्यटन के बुनियादी ढाँचे के विकास के लिये राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों को वित्तीय सहायता प्रदान किया जाता है l
इस योजना के अनुसार परियोजनाओं निधियों की उपलब्धता, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करने, योजना दिशा-निर्देशों का पालन करने और पूर्व में जारी धन के उपयोग के अधीन स्वीकृत किया जाता है।
# उद्देश्य:
1. पर्यटन को आर्थिक विकास और रोज़गार सृजन के प्रमुख इंजन के रूप में स्थापित करना।
2. नियोजित और प्राथमिकता के आधार पर पर्यटन क्षमता वाले सर्किट विकसित करना।
3. पहचान किये गए क्षेत्रों में आजीविका उत्पन्न करने के लिये देश के सांस्कृतिक और विरासत मूल्य को बढ़ावा देना।
4. सर्किट/गंतव्यों में विश्व स्तरीय स्थायी बुनियादी ढाँचे को विकसित करके पर्यटकों के आकर्षण को बढ़ाना।
5. समुदाय आधारित विकास और गरीब समर्थक पर्यटन दृष्टिकोण का पालन करना।
6. आय के बढ़ते स्रोतों, बेहतर जीवन स्तर और क्षेत्र के समग्र विकास के संदर्भ में स्थानीय समुदायों में पर्यटन के संदर्भ में जागरूकता बढ़ाना।
7. उपलब्ध बुनियादी ढाँचे, राष्ट्रीय संस्कृति और देश भर में प्रत्येक क्षेत्र के विशिष्ट स्थलों के संदर्भ में विषय-आधारित सर्किटों के विकास की संभावनाओं एवं लाभों का पूरा उपयोग करना।
8. आगंतुक अनुभव/संतुष्टि को बढ़ाने के लिये पर्यटक सुविधा सेवाओं का विकास करना।
स्वदेश दर्शन योजना 2.0:
1. 'वोकल फॉर लोकल' के मंत्र के साथ स्वदेश दर्शन 2.0 नामक नई योजना का उद्देश्य पर्यटन गंतव्य के रूप में भारत की पूरी क्षमता को साकार कर "आत्मनिर्भर भारत" के लक्ष्य को प्राप्त करना है।
2. स्वदेश दर्शन 2.0 एक वृद्धिशील परिवर्तन नहीं है, बल्कि स्थायी और ज़िम्मेदार पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिये स्वदेश दर्शन योजना को एक समग्र मिशन के रूप में विकसित करने हेतु पीढ़ीगत बदलाव है।
3. यह पर्यटन स्थलों के सामान्य और विषय-विशिष्ट विकास के लिये बेंचमार्क एवं मानकों के विकास को प्रोत्साहित करेगी ताकि राज्य परियोजनाओं की योजना तैयार करने एवं विकास करते समय बेंचमार्क तथा मानकों का पालन किया जा सके।
# योजना के तहत पर्यटन क्षेत्र के लिये निम्नलिखित प्रमुख विषयों की पहचान की गई है।
*संस्कृति और विरासत
*साहसिक पर्यटन
*पारिस्थितिकी पर्यटन
*कल्याण पर्यटन
*एमआईसीई पर्यटन
*ग्रामीण पर्यटन
*तटीय पर्यटन
*परिभ्रमण- महासागर और अंतर्देशीय।
Written by Kumar Anubhav....
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