What is viral spillovers वायरल स्पिलओवर क्या हैं

 

Topic:- What is viral spillovers वायरल स्पिलओवर क्या हैं

हाल ही में वैज्ञानिकों ने शोध में पता लगाया की दुनिया में नई महामारी आ सकती हैl जो की कोविड से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। नई महामारी का खतरा चमगादड़ और पक्षियों के जरिये नहीं बल्कि जलवायु परिवर्तन के कारन एक वायरल के उत्पन होने से हुआ है। जिसको वायरल स्पिलओवर के नाम से जाना जा रहा है। जो की भविष्य में महामारी का कारण बन सकता है। ( What is viral spillovers )

What is viral spillovers वायरल स्पिलओवर क्या हैं


जय हिन्द मेरे प्यारे दोस्तों,
स्वागत है आप का हॉट टॉपिक के 39वे आर्टिकल में ,
आ गया है आप का होस्ट एंड दोस्त "कुमार अनुभव" ले कर के तजा-तरीन खबर जो की बने है कल रात तक के सुर्खियों से।

चलिए अब हम जानते है वायरल स्पिलओवर( What is viral spillovers ) के बारे में की यह क्या है और इससे कैसे आ सकती है महामारी?

दुनिया अभी कोरना वायरस से जूझ ही रही है की इसी बीच वैज्ञानिकों ने शोध में पता लगाया की दुनिया में नई महामारी आ सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है है की ये महामारी कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है की ,ये नई महामारी चमगादड़ और पक्षियों के जरिये नहीं,बल्कि जलवायु परिवर्तन के होने के कारन पिघल रही बर्फ के जरिये आ सकती है। इससे उत्पन "वायरल स्पिलओवर" के जरिए सैकड़ों खतरनाक वायरस और बैक्टीरिया ग्लेशियर्स में मौजूद होता है जो के "वायरल स्पिलओवर" के कारन फैलाना शुरू हो जायेगा।

यह दावा "प्रोसीडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसाइटी बी: बायोलॉजिकल साइंस जर्नल में पब्लिश रिसर्च" में किया गया है।

चलिए जानते है क्या है "वायरल स्पिलओवर",( What is viral spillovers ) कैसे इससे आ सकती है नई महामारी और वैज्ञानिकों का क्या कहना है…

क्या है वायरल स्पिलओवर?( What is viral spillovers )

वैज्ञानिकों के द्वारा रिसर्च करने के बाद रिसर्च रिपोर्ट में कहना है कि "वायरल स्पिलओवर" एक ऐसी प्रक्रिया है जब वायरस किसी नए होस्ट(मेज़बान) के जरिये फैलना शुरू होता है।अगर इसे आसान भाषा में समझें तो वायरस चमगादड़ और पक्षियों के जरिए फैलते हैं। लेकिन अब दुनिया में जितनी तेजी से बर्फ पिघल रही है उससे नए वायरस के फैलने का खतरा बढ़ रहा है। नया वायरस पिघल रहे ग्लेशियर्स से फैल सकता है।




कैसे की गई इसकी भविष्यवाणी?

शोधकर्ताओं का कहना है, जलवायु परिवर्तन के कारन इस पर असर पर रहा है। जिसके कारण लगातार बर्फ के ग्लेशियर्स पिघल रहे हैं। और इसके कारण बर्फ में जमे बैक्टीरिया और वायरस सामने आ सकता हैं। इस तरह नई महामारी के जन्म होने का खतरा है।

वैज्ञानिकों का कहना है, जलवायु परिवर्तन के कारण अलग-अलग तरह की जीव-जन्तु में और अलग अलग प्रजातियों का वायरल वेक्टर बदल रहे हैं। अधिक ऊंचाई वाले आर्कटिक इलाके नई महामारियों का गढ़ बन सकते हैं। वैज्ञानिकों ने वायरस और उसके होस्ट(मेज़बान) को समझने के लिए अध्यन की।

रिसर्च के लिए ओटावा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कनाडा में, आर्कटिक क्षेत्र के सबसे बड़े तालाब लेक हेजन से सैंपल लेकर इनकी जांच की। जांच में मिले DNA और RNA को अब तक मिले वायरस से मैच कराया गया तो पता चला कि जितना तेजी से ग्लेशियर्स पिघलेंगे इनमें मौजूद वायरस बाहर निकलेंगे और संक्रमण फैलाएंगे।

कैसे फैलेगी महामारी?

रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन के कारण आर्कटिक तापमान बदलने मकई संभावना बताया गया है। इसमें जमे हुए बैक्टीरिया और वायरस बाहर निकलेंगे और अपने लिए नए होस्ट(मेज़बान) को खोजेंगे। नए होस्ट(मेज़बान) ऐसे जीव या जानवर जिनकी मदद से ये अपनी संख्या को बढ़ा सकेंगे। ठीक वैसे जैसे कोरोना वायरस इंसानों के शरीर में अपनी संख्या को बढ़ा रहा है। इस तरह इनके नए-नए वैरिएंट सामने आएंगे।



क्यों चुना गया आर्कटिक एरिया?

वैज्ञानिकों का कहना है की , जांच के लिए आर्कटिक एरिया इसलिए चुना गया है क्योंकि दुनियाभर के मुकाबले यहां के ग्लेशियर्स तेजी से पिघल रहे हैं। तापमान ज्यादा होने के कारन से ही, "वायरल स्पिलओवर" का खतरा भी यहां ज्यादा होने की संभावन बताया गया है है वैज्ञानिकों के द्वारा।

पिछले साल हुई स्टडी में वैज्ञानिकों ने तिब्बत के ग्लेशियर्स में 33 ऐसे वायरस का पता लगाया था जो बर्फ के अंदर 15 हजार साल से जमे हुए थे. इसमें से 28 वायरस ऐसे थे जिसके बारे में पहले कभी नहीं देख या सुना गया था।

मुख्य तथ्य

ग्लोबल वार्मिंग के साथ-साथ ग्लेशियर के पिघलने की घटनाओं में वृद्धि के साथ, पहले से बर्फ में फंसे वायरस और बैक्टीरिया के नए मेजबान खोजने और स्पिलओवर जोखिम बढ़ने की उच्च संभावना है।

विषाणुओं, उनके जलाशयों और वाहकों के वैश्विक वितरण और गतिकी में परिवर्तन के कारण स्पिलओवर का जोखिम भी बढ़ जाता है।

हालांकि, यह भविष्य में महामारी होने की अधिक संभावना की गारंटी नहीं देता है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि वायरल स्पिलओवर तीन मुख्य श्रेणियों पर निर्भर करता है - रोगज़नक़ दबाव, मानव और वेक्टर व्यवहार और मेजबान की विशेषताएं।
ये सभी चरण कई प्राकृतिक चुनौतियों से भरे हुए हैं जिन्हें नए मेजबान तक सफलतापूर्वक पहुंचने के लिए वायरस को पार करना होगा।

कोरोना वायरस ने इन बाधाओं को सफलतापूर्वक पार कर लिया क्योंकि वे RNA वायरस हैं जो अन्य वायरस परिवारों की तुलना में अधिक तेज़ी से विकसित होने में सक्षम हैं क्योंकि उनकी पुनर्संयोजन और बिंदु उत्परिवर्तन प्राप्त करने की क्षमता है।

अन्य रोगजनक जो सफलतापूर्वक मनुष्यों में फैल गए हैं, वे हैं इन्फ्लुएंजा ए और इबोला।

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In English Context.....

 

 What is viral spillovers वायरल स्पिलओवर क्या हैं

Topic:- What is "viral spillovers"?

Recently, scientists discovered in research that a new epidemic may come in the world, which can prove to be more dangerous than Kovid. The threat of the new pandemic is not due to bats and birds, but from the emergence of a virus due to climate change. Which is known as viral spillover. Which can become the cause of epidemic in future.

Jai Hind my dear friends,
Welcome to the 39th article of Hot Topic,
Aap ka host and friend "Kumar Anubhav" has brought you the latest news that has been made from the headlines till last night.

Let us now know about the viral spillover, what is it and how can an epidemic come from it?

The world is still battling the corona virus, in the meantime, scientists have found out in research that a new epidemic can come in the world. Scientists say that this epidemic can prove to be more dangerous than the corona virus. Scientists say that this new epidemic may not come through bats and birds, but through melting ice due to climate change. This results in hundreds of dangerous viruses and bacteria present in glaciers through "viral spillover", which will start spreading due to "viral spillover".

This claim is made in "Proceedings of the Royal Society B: Research published in the Journal of Biological Science".

Let's know what is "viral spillover", how new epidemic can come from it and what scientists have to say…

What is Viral Spillover?

After research by scientists, the research report says that "viral spillover" is a process when the virus starts spreading through a new host. If it is understood in simple language, then the virus spread through bats and birds. Huh. But now with the rapid melting of ice in the world, the risk of spreading the new virus is increasing. The new virus can spread through melting glaciers.


How was it predicted?

Researchers say, due to climate change, it has been affected. Due to which the ice glaciers are melting continuously. And due to this, bacteria and viruses can be exposed in the ice. In this way there is a danger of the birth of a new epidemic.

Scientists say, due to climate change, the viral vector of different types of animals and different species is changing. High-altitude arctic regions can become a hotbed of new epidemics. Scientists studied to understand the virus and its host.

For research, researchers from the University of Ottawa in Canada, examined them by taking samples from Lake Hazen, the largest pond in the Arctic region. When the DNA and RNA found in the investigation were matched with the virus found so far, it was found that the faster the glaciers melt, the viruses present in them will come out and spread the infection.

How will the pandemic spread?

According to the research report, due to climate change, the possibility of changing arctic temperature has been reported. In this the frozen bacteria and viruses will come out and find new host(s) for themselves. New hosts (hosts) Such organisms or animals with the help of which they can increase their numbers. Just like the corona virus is increasing its number in the human body. In this way, new variants of them will come out.

Why was the Arctic region chosen?

Scientists say that the Arctic area has been chosen for investigation because the glaciers here are melting faster than the world. Due to the high temperature, the risk of "viral spillover" is also likely to be higher here, according to the scientists.

In a study conducted last year, scientists had detected 33 such viruses in the glaciers of Tibet that had been frozen inside the ice for 15,000 years. Of these, 28 were viruses that had never been seen or heard of before.

Key Facts

With global warming as well as increased glacier melting events, there is a high potential for finding new hosts of viruses and bacteria already trapped in the ice and increasing spillover risk.

The risk of spillover also increases due to changes in the global distribution and dynamics of viruses, their reservoirs and carriers.

However, this does not guarantee a greater chance of future pandemics occurring.

This is because viral spillover depends on three main categories – pathogen pressure, human and vector behavior, and host characteristics.
All these steps are fraught with several natural challenges that the virus must overcome in order to successfully reach the new host.

Coronaviruses successfully overcome these barriers because they are RNA viruses that are able to evolve more rapidly than other virus families because of their ability to recombine and acquire point mutations.

Other pathogens that have successfully spread to humans are Influenza A and Ebola.

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