Topic:-Operation Octopus to fight the Hindu free dreamer PFI (Part 1)
23 सितंबर को मंगलवार को शुरू हुए 3 घंटे हो चुके थे और बाकी दिल्ली की तरह साइन बाग भी सो रहा था शाहीन बाग नई दिल्ली का वह कुख्यात इलाका जिससे अभी तक कोई नहीं जानता था शाहीन बाग के निवासी दिल्ली की तरह ही गहरी नींद सोया करते हैं और इसका कारण यहां के रहने वाला कोई बच्चा बता देगा वह आपको यह बता देगा कि उसके मर्जी के बगैर यहां पर आर्मी भी प्रवेश नहीं कर सकती वही चोरों और पुलिस वालों की क्या ही औकात है (Operation Octopus)
अपने इसी घमंड में चूर साइन बाग नींद के नशे में डूबा हुआ था कि सुबह के 3:00 बजे दरवाजे पर दस्तक होती है चैन की नींद सो रहा इस घर का मालिक आंखें मलते हुआ बिस्तर से उठता है और टाइम देखता है फिर जैसे ही अपने घर का दरवाजा खोलता है वही अचानक से चार वर्दी पहने अत्यंत कट्टे कट्टे नौजवान धर दबोच ते हैं
पहले कि इसके घर वाले कुछ समझ पाते हैं दिल्ली पुलिस व दिल्ली पुलिस के एक पहलवान इसे बाहर खड़े फैन में डालकर वहां से गायब हो जाते हैं अपने पति को ऐसे गायब होते देख इसकी पत्नी वहां पर जोर-जोर से शोर मचाने लगती है जल्दी 10-15 लोग इकट्ठा हो जाते हैं और बाहर जाने वाली गली की तरफ दौड़ते हैं लेकिन अपने इस मोहल्ले से बाहर नहीं निकल पाते दिल्ली पुलिस के शार्ट कमांडो इस शाहीन बाग के मोहल्ले को चारों तरफ से घेर चुके थे कमांडो को केवल एक ही आर्डर दिया गया था ना इस मोहल्ले से कोई बाहर जाना चाहिए और ना ही इस मामले में कोई बाहर से आना चाहिए
शाहीनबाग में रहने वाले लोगों को आज पता चलने वाला था कि उनके इस इलाके के बारे में कही जाने वाली वह कहावत कि कितनी ज्यादा गलत है आज के सुबह साइन बाग में एक इलाका नहीं बल्कि कई मोहल्लों में दिल्ली पुलिस ने पूरी तरह सील कर दिया था और इन मोहल्लों में रहने वाले 12 लोगों को एक साथ उठा लिया गया था साइन बाग में रहने वाले लोग जिनके पहचान गलत थी लेकिन इनका अपराध एक था यह सभी के सभी पीएफआई के लिए काम कर रहे थे जिस पर मैंने एक ब्लॉग पहले ही लिख दिया है कि क्या था पी एफ आई
यह सभी के सभी गिरफ्तारियां एन आई और ईडी के ऑपरेशन के तहत हुई थी
यह सभी के सभी गिरफ्तारियां एनआईआईडी के ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत हुई थी देश के 15 राज्यों में एक समय में लांच किया गया एक ऑपरेशन जो एक इतना ज्यादा सिगरेट था कि वहां के लोकल पुलिस को भी नहीं मालूम था एक ऑपरेशन जिससे रो और आईबी की सहायता से खुद गृहमंत्री अमित शाह और एमएसए अजीत दोवाल ने प्लेन किया था ऑपरेशन केवल जिसका एक ही उद्देश्य था भारत में पहले पीएफआई का संपूर्ण विनाश करना
हिंदू मुक्त सपना देखने वाले पीएफआई का संघार करने के लिए रचे गए इस ऑपरेशन को नाम दिया गया था ऑपरेशन ऑक्टोपस
पीएफआई के इतिहास पर नजर डालते ही आपके मन में एक सवाल आएगा कि इस पर बैन क्यों नहीं लगाया गया चाहे आप देख लो केरल का वह नरसंहार या फिर शिवमोगा का चाकू कांड
आईबी और रोज ऐसे एजेंसीज सालों से पीएफआई पर अत्यंत चिंता जाहिर कर रही है केरल हाई कोर्ट ऑन रिकॉर्ड पीएफआई
खुद केरल पीएफआई के खिलाफ हाई कोर्ट में सबूत दे चुकी है जो कि बेहद चौंकाने वाली बात थी तो फिर आप यह सोचेंगे कि आज तक पीएफआई पर कोई भी एक्शन क्यों नहीं लिया गया था वह इसलिए क्योंकि पीएफआई पर बैन लगाने का मतलब था वह इसलिए क्योंकि माइनॉरिटी बैंक बोर्ड को नाराज करना था और आप सब जानते ही हैं हमारे देश के कोई भी राजनीतिक पार्टी में इतनी हिम्मत ना थी
आधिकारिक रूप से पिया फाई का जन्म 2007 में हुआ लेकिन उससे पहले यह संगठन एनडीएफ और आईएसएस के रूप में देशभर में वर्दीधारी परेड निकाल तरह दिनदहाड़े हिंदू नेताओं का कुर्ता से हत्या कर देना दंग करवाता रहा हिंदू मुस्लिम लड़कियों को मुसलमान में जबरन बदलना और विदेशी फंडिंग से गोला बारूद हथियार का अंबार लगा था चला गया यह सब होता रहा लेकिन आज तक पीएफआई के ऊपर कोई भी पेड़ लगाने का हिम्मत नहीं कर पाया तो फिर आज ऐसा क्या हो गया तो आज पीएफआई ने ऐसा क्या कर दिया जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अपने हाथों से बिल्ली के गले में घंटी बांधने पड़ गई । एनएसए अजीत दोवाल गृह मंत्री अमित शाह और भारत के प्रधानमंत्री को खुद बिल्ली के गले में घंटी बांधने पड़ गई एन एस्से अजीत डोभाल गृह मंत्री अमित शाह और भारत के प्रधानमंत्री पीएफआई के ऊपर बैन लगाना तो चाहते थे लेकिन अभी नहीं 2023 में यदि पीएफआई ने पीएफआई नहीं थोड़ा सा अपने ऊपर संयम वर्षा होता अपनी औकात से बाहर न निकलने की कोशिश की होती तो शायद 1 साल की जीवन और मिल जाती लेकिन विदेशी फंडिंग के नशे में चूर यह संगठन कुछ ऐसी गलतियां कर बैठी जोकि और अनदेखा नहीं किया जा सकता था वैसे तो पीएफआई की किताब में नफरत और खून से सनी पन्नों के अलावा कुछ भी नहीं और यह भरी पड़ी है लेकिन ऑपरेशन ऑक्टोपस की बात की जाए तो पीएफआई से जुड़ी कुछ घटनाओं का निर्णायक जरूर कहा जा सकता है
जुलाई 2022 बिहार में स्थित फुलवारी शरीर खाने एसएचओ के व्हाट्सएप पर एक मैसेज आता है तुम्हें शर्म आनी चाहिए खाली मांस खाने वाले असली मुसलमान कब बनोगे तुम प्रॉफिट कम महानता का गुणगान कब करोगे पूरी दुनिया का मुसलमान अपनी आवाज उठा रहे हैं तुम कब तक एक मुर्दे की तरह जिंदा रहोगे कल के जब तुम्हें अल्लाह सवाल पूछेगा तो क्या जवाब दोगे उन्हें क्या लेकर मुंह जाओगे उसके सामने 10 जुलाई को नुमा जो वहां के टाइम नवाज है जमा मस्जिद नया टोला पहुंच जाओ और अपनी नवाजे जुम्मा को वसूल करो
इसके अगले दिन ही एसएचओ इकरार अहमद को बयान को आधार बनाते हुए अलग-अलग धाराओं में एक एफ आई आर दर्ज कर ली जाती है एफ आई आर के बाद बिहार पुलिस इस मैटर को भूल जाती है और इस मामले में कोई भी जांच आगे नहीं होती है लेकिन जल्द ही केंद्र सरकार घोषणा करती है की पीएम नरेंद्र मोदी 12 जुलाई के दिन देवघर पटना में दौरा करेंगे इस घोषणा के तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसी हाईली मोड में चली जाती है और बिहार पुलिस को उस मैसेज का जांच करने का कर नहीं पड़ती है यह जांच बिहार पुलिस को फुलवारी शरीफ पहुंचा देती है जहां 10 जुलाई 2022 को रेड कर दी जाती है रेड पीएफआई की पतन की नींव रखने वाली थी इन छापों में गिरफ्तार की गई लोगों में से सिमी का मेंबर अथेर परवेज और झारखंड का पूर्व एसआई मोहम्मद अलाउद्दीन भी शामिल था यह दोनों ही लोग फुलवारी शहर में दिनदहाड़े युवाओं को आतंकी बनाने में ट्रेनिंग कैंप चला रहे थे इनके पास पुलिस को होश उड़ा देने वाली कई डाक्यूमेंट्स बरामद हुए जिसमें जिसमें कि भारत को हिंदू मुक्त इस्लामिक राष्ट्र विस्तार में लिखा हुआ था ऐसे ही 7 पन्नों वाले एक डाक्यूमेंट्स टाइटल था इंडिया 2047 towards rule of Islamic in India
ऑपरेशन ऑक्टोपस का ये पहला पार्ट है जल्द ही सेकंड पार्ट आने वाला है इस के लिए आप को इस ब्लॉग साइट हॉट टॉपिक को फॉलो कर लेना है।
Written by Kumar Anubhav.....
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1.What is PFI-क्या है पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया
Topic:-Operation Octopus
It had been 3 hours since it started on Tuesday, 23 September and like the rest of Delhi, Sign Bagh was also sleeping Shaheen Bagh The notorious area of New Delhi that no one knew till now, the residents of Shaheen Bagh used to sleep as deeply as Delhi. And a child living here will tell the reason for this, he will tell you that even the army cannot enter here without his consent, what is the position of thieves and policemen (Operation Octopus)
In his own pride, Chur Sign Bagh was engrossed in sleep that there is a knock at the door at 3:00 in the morning, the owner of this house, sleeping peacefully, gets up from the bed rubbing his eyes and sees the time. When he opens the door of the house, all of a sudden, a very tough young man wearing four uniforms is caught.
Before his family members understand something, Delhi Police and a Delhi Police wrestler put it in a fan standing outside and disappears from there, seeing her husband disappear like this, his wife starts making loud noises there. -15 people gather and run towards the outgoing street but could not get out of this locality, the short commandos of Delhi Police had surrounded the locality of Shaheen Bagh, only one order was given to the commandos. No one should go out of this locality nor should anyone come from outside in this matter.
The people living in Shaheen Bagh were about to come to know today that the saying about their area is so wrong that this morning, not one area in Sain Bagh but in many localities was completely sealed by the Delhi Police. And 12 people living in these mohallas were picked up together. People living in Sain Bagh whose identity was wrong but their crime was one, all of them were working for PFI, on which I have already written a blog that was what pfi
All these arrests were done under the operation of NI and ED.
All these arrests were made under the joint operation of NIID, an operation launched at a time in 15 states of the country, which was so much cigarette that even the local police did not know that there was an operation to help Ro and IB. Home Minister Amit Shah himself and MSA Ajit Doval had planned the operation only, whose only objective was to completely destroy the first PFI in India.
This operation was named Operation Octopus to fight the Hindu free dreamer PFI.
As soon as you look at the history of PFI, a question will come in your mind that why it was not banned, whether you see the massacre of Kerala or the knife incident of Shivamogga.
IB and daily such agencies have been expressing great concern over PFI for years Kerala High Court on Record PFI
Kerala itself has given evidence against PFI in the High Court, which was very shocking, then you will think that why no action was taken on PFI till date, that is because the meaning of banning PFI was because that is because The minority bank board was to be offended and you all know that no political party in our country had such courage.
Pia Phi was officially born in 2007, but before that the organization carried out uniformed parades across the country in the form of NDF and ISS, killing Hindu leaders in broad daylight with kurtas, forcibly converting Hindu Muslim girls to Muslims and foreign funding. There was a hoard of ammunition, all this kept happening, but till date no one has dared to plant trees on PFI, so what happened today, what did PFI do today that Prime Minister Narendra Modi did. Had to tie the bell around the cat's neck with her own hands. NSA Ajit Doval Home Minister Amit Shah and the Prime Minister of India had to tie a bell around the cat's neck. No, it would have rained a little restraint on itself, if I had tried not to get out of my position, I might have got one more year of life, but this organization, intoxicated with foreign funding, made some such mistakes which could not be ignored by the way. So the book of PFI is full of pages full of hate and blood, but when it comes to Operation Octopus, some incidents related to PFI can definitely be called decisive.
July 2022 A message comes on WhatsApp of SHO eating phulwari body located in Bihar, you should be ashamed when will you become a real Muslim who eats empty meat, when will you praise profit less greatness, Muslims of the whole world are raising their voice How long are you a dead You will be alive like tomorrow, when Allah asks you questions, what will you answer them, what will you face with them, on July 10, Numa, who is the time Nawaz there, reach Jama Masjid, Naya Tola and recover your prized Jumma.
On the very next day, an FIR is registered in different sections on the basis of the statement of SHO Ikrar Ahmed. But soon the central government announces that PM Narendra Modi will visit Deoghar Patna on 12th July.
This is the first part of Operation Octopus, the second part is coming soon, for this you have to follow this blog site Hot Topic.
Written by Kumar Anubhav...
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