Operation Octopus to fight the Hindu free dreamer PFI

 

Topic:-Operation Octopus to fight the Hindu free dreamer PFI (Part 2)

 दोस्तों ये ऑपरेशन ऑक्टोपस(Operation Octopus) का सेकंड पार्ट है आसा है की आप लोगो को इससे कुछ सीखने को मिल रहा है तो इस ब्लॉग को फॉलो करे। धन्यवाद। (Operation Octopus)

 Operation Octopus to fight the Hindu free dreamer PFI

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अथर परवेज़ और मोहम्मद जलालुद्दीन से मिले कुछ सबूत के अनुसार पीएफआई के और भी कुछ साथी गिरफ्तार किए गए इन सब को एक साथ एक कमरे में बिठाकर सलीके से पूछताछ की जाती है और तब जाकर खुलासा होता है कि जब पीएम नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर जाएंगे उनको पीएफआई द्वारा उनको खत्म करने की साजिश की जा रही थी (Operation Octopus)

आईबी के द्वारा मिले कुछ रिपोर्ट के अनुसार 15 जुलाई 2022 के दिन मरगूब अहमद दानिश और ताहिर को गिरफ्तारकीय जाता है पीएफआई का एक मेंबर जिसके फोन में एक कस्बा ए ए हिंद नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप और उस ग्रुप से जुड़े अनेक अंतरराष्ट्रीय लिंक मिलते हैं इस ग्रुप में पोस्ट मैसेज में से सबसे ज्यादा खतरनाक थे पीएफआई के पकड़ राज्यों में एटीएस सीआईडी को तुरंत जारी ऑर्डर दे दिए गए 15 जुलाई के हित इन बिहार पटना के सब्जी बाग में पीएफआई के पॉलिटिकल पर छापा मारती है पीएफआई की इस राजनीतिक पार्टी का एक ऑफिस बड़ी मात्रा में राष्ट्रीय विरोधी डाक्यूमेंट्स बरामद किए जाते हैं जॉकी मेंस जिनकी जांच पूरी होने के बाद 20 राज्यों के 90 शहरों में पीएफआई के नेटवर्क और 24 सर्विलेंस में डाल दिया जाता है (Operation Octopus)

बिहार और यूपी पुलिस के शुरुआती रेट के साथ पीएफआई के ऊपर नकेल कसने का सीमा एनआईए को सौंप दिया जाता है पर 28 जुलाई के दिन एनआईए पटना दरभंगा चंपारण नालंदा मधुबनी कुल दस जगह छापा मारती है।

दरभंगा की रेट्स में नूरुद्दीन सनाहुल्लाह और मुस्तकीम नामक तीन pfi के घरों से मोबाइल फोंस कंप्यूटर और डाक्यूमेंट्स के रूप में अत्यंत ज्वलनशील सबूत बरामद किए जाते हैं(Operation Octopus)

द सीक्रेट मीटिंग,

Operation Octopus to fight the Hindu free dreamer PFI

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पीएफआई के विरुद्ध इकट्ठा किए गए सबूत के कारण थे भारत के प्रधानमंत्री गृहमंत्री एनएसए को पीएफआई के भविष्य पर एक निर्णायक फैसला के लिए एक साथ बैठना पड़ता है इस टॉप सिगरेट मीटिंग में आईबी चीफ तपन देखा और रॉ के हेड सामंत गोयल को भी बुलाया गया था अमित शाह चाहते थे पीएफआई के ऊपर किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने से पहले उनके लीडर्स के ऊपर हर एक बात को बारीक से बारीक जानकारी इकट्ठा किया जाए वह कहां उठते हैं कहां बैठते हैं दिन भर में किस-किस से मिलते हैं कितनी बार नमाज पढ़ते हैं कहां पढ़ते हैं उनके घरों और दफ्तरों में किस-किस का आना जाना है उनके परिवार में कितने लोग हैं क्या-क्या करते हैं आईबी और रॉ को इस प्रकार से जुड़ी हर जानकारी इकट्ठा करने का आदेश दिया जाता है (Operation Octopus)

आईबी और रॉ इंटेलिजेंस कलेक्शन का जिम्मा सौंपने के बाद एनएसए अजीत दोवाल राजनीति के विशाल पर पीएफआई के विरुद्ध कोई धार्मिक चाल चलना शुरू कर देते हैं जिससे वह खुद दशकों से खेलता रहा था पीएफआई के ऊपर कोई भी कार्य कार्रवाई करने से पहले एनएसए अजीत दोवाल उसके ऊपर से मुसलमान सपोर्ट को कमजोर करना चाहते थे और अपने इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए 2(Operation Octopus)9 जुलाई 2022 को ए आई एस एस सी के द्वारा आयोजित इंटरफैट कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेते है ।

एक कॉन्फ्रेंस जिसमें देश के सबसे बड़े मुसलमान नेता द्वारा एक रेजोल्यूशन पास किया जाता है जिसमे पीएफआई के ऊपर तुरंत बैन लगाने का मांग किया जाता है एक तरफ अजीत डोभाल धार्मिक नेताओं के द्वारा पीएफआई के पीछे से आम मुसलमान का समर्थन कमजोर करना चाहते थे वहीं दूसरी तरफ आईबी और रॉ ईडी के साथ मिलकर के कुंडली तैयार कर रहे थे (Operation Octopus)

और इसका शुभारंभ केरल और कर्नाटक से किया गया भारत एजेंसी जानते हैं कि इन दोनों राज्यों में बेवफाई की है बहुत ही ज्यादा जड़े मजबूत है और यहां पीएफआई के विरुद्ध किसी प्रकार के कार्य का विरुद्ध करना अत्यंत कठिन साबित हो सकता है इसी के चलते आईबी और रॉ पीएफआई में काम कर रहे हैं लोगों को एक्टिवेट कर देते हैं इन एजेंट्स को पीएफआई के नेताओं के दिनचर्या के ऊपर एक डिटेल्स तैयार करने को कहा गया था इसके अलावा अब पीएफआई के उनमें मर्ज की सूची बनाई जाती है जिन नेताओं की गिरफ्तारी के बाद अपने जिले और शहरों में दंगे भड़काने के लिए क्षमता रखते थे।(Operation Octopus)


See video:-What is the Function of Article 142 and 161.Related to Rajiv Gandhi murder .Analysis by Anubhav.

4 अगस्त 2022 के दिन गृह मंत्री अमित शाह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु जाते हैं लेकिन कार्यक्रम खत्म होने के बाद दिल्ली के लिए वापस नहीं निकलते हैं बल्कि टॉप सीक्रेट मीटिंग के लिए वहीं रुक जाते हैं कर्नाटक के सीएम बसवराज मुंबई और अराग्रा ज्ञाननेंद्र के साथ होने वाली इस मीटिंग में पीएफआई के अंत की शुरुआत की जानी थी इस मीटिंग के 3 दिन ठीक बाद पीएफआई के ऊपर बहन कैसे लगाए जाए इसके स्टेटस पर काम करने के लिए एक टीम का गठन कर दिया जाता है इस टीम में दिल्ली और कर्नाटक के ऑफिसर के अलावा इंटेलिजेंस को भी शामिल किया गया था इनके अलावा इस टीम के लिए केंद्र सरकार द्वारा देशभर में पोस्टेड ऐसे ऑफिसर की सूची भी तैयार की गई थी जो पहले भी इस प्रकार के संवेदनशील कार्यों में भाग ले चुके थे इस मल्टी एजेंसी कोर्ट को कई मोर्चों पर पीएफआई से युद्ध लड़ा था वह भी सिर्फ कर्नाटक में नहीं बल्कि पूरे भारत में इन ऑफिसर को बेवफाई के खिलाफ एस्से सबूत इकट्ठा करने थे जिनका इस्तेमाल कर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर पीएफआई रूपी एक गंदे जहरीले संगठन का खात्मा किया जा सकता है(Operation Octopus)

अगस्त के आखिरी हफ्ते में अमित शाह और अजीत डोभाल अपनी टीम के साथ एक मीटिंग करते हैं जिसमें आईबी और रॉ के एजेंट के हेड भी मौजूद थे इस मौजूद मीटिंग के दौरान पीएफआई के खिलाफ सबूत विस्तार में चर्चा किया जाना था आईबी चीफ तपन देखा के द्वारा अपने अंडरकवर एजेंट के द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को प्रस्तुत किया जाता है जिसमें संगठन के सभी छोटे बड़े लोगों पर डीटेल्ड इनफॉरमेशन थी।

इस मीटिंग के बिल्कुल अंत में एनएसए अजीत दोवाल के तरफ देखते हुए हमेशा कहते हैं तो देवल साहब बताइए इस ऑपरेशन के लिए नाम सोचा है वह पीएफआई की तरह इतने ऑपरेशन इतनी राज्यों में फैला हुआ है इतनी सारी एजेंसीज काम कर रही है इसलिए मुझे लगा कि इसका नाम ऑक्टोपस होना चाहिए "ऑपरेशन ऑक्टोपस"

दोस्तों ये ऑपरेशन ऑक्टोपस का सेकंड पार्ट है आसा है की आप लोगो को इससे कुछ सीखने को मिल रहा है तो इस ब्लॉग को फॉलो करे। धन्यवाद। 

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                                    In English context...



Topic:-Operation Octopus to fight the Hindu free dreamer PFI

Friends, this is the second part of Operation Octopus, it is hoped that if you people are getting to learn something from this then follow this blog. Thank you third part coming soon......

According to some evidence found from Athar Parvez and Mohammad Jalaluddin, some other PFI associates were arrested, all of them are interrogated by sitting together in a room and then it is revealed that when PM Narendra Modi will go to Bihar tour. He was being conspired by the PFI to eliminate him (Operation Octopus)

According to some reports received by the IB, on 15 July 2022, Margub Ahmed Danish and Tahir are arrested, a member of the PFI, in whose phone a WhatsApp group named Kasba Aa Hind and many international links related to that group are found in this group. The most dangerous of the post messages were in the hold of PFI, orders were issued immediately to the ATS CID in the states. On July 15, in Bihar, Patna's vegetable garden raids the PFI's politics. One office of this political party of PFI is big Anti-national documents are recovered in quantity Jockey Mens, after completion of which they are put in PFI's network and 24 surveillance in 90 cities of 20 states (Operation Octopus)

With the initial rate of Bihar and UP police, the limit of cracking down on PFI is handed over to the NIA, but on the day of 28 July, NIA raids a total of ten places in Patna Darbhanga Champaran Nalanda Madhubani.

Highly inflammable evidence in the form of mobile phones, computers and documents is recovered from the houses of three pf5 named Nooruddin Sanahullah and Mustakim in Darbhanga rates(Operation Octopus)

The Secret Meeting,

The reason for the evidence gathered against PFI was that the Prime Minister of India, Home Minister, NSA, has to sit together for a decisive decision on the future of PFI. In this top cigarette meeting, IB Chief Tapan Dekha and RAW head Samant Goel were also called. Amit Shah wanted that before taking any kind of action against PFI, every detail should be collected from their leaders in detail, where do they get up, where do they sit, whom do they meet throughout the day, how many times they pray. Where are they studying, who has to visit their homes and offices, how many people are there in their family, what do they do, IB and RAW are ordered to collect every information related to this type (Operation Octopus)

After handing over the responsibility of IB and RAW intelligence collection, NSA Ajit Doval starts playing some religious ploy against the PFI on the political giant, which he himself had been playing for decades before NSA Ajit Doval took any action against PFI. Muslims from above wanted to weaken the support and to fulfill this objective, on 2 (Operation Octopus) 9 July 2022, participate in the Interfat Conference organized by AISSC.

A conference in which a resolution is passed by the country's biggest Muslim leader, demanding an immediate ban on PFI On the other hand IB and RAW together with ED were preparing the kundli (Operation Octopus)

And it was launched from Kerala and Karnataka India Agency knows that infidelity is very strong in these two states and it can prove to be very difficult to oppose any kind of work against PFI here, due to this IB and RAW activates people working in PFI, these agents were asked to prepare a detail on the routine of the leaders of PFI, apart from this, now a list of mergers of PFI is made in them, after the arrest of their leaders. Had the potential to incite riots in the districts and cities.(Operation Octopus)

On August 4, 2022, Home Minister Amit Shah goes to Bengaluru, the capital of Karnataka, to participate in a program, but after the program is over, he does not leave for Delhi, but stays there for the top secret meeting. Karnataka CM Basavaraj Mumbai And in this meeting to be held with Aaragra Gyannendra, the end of PFI was to be started. Apart from the officers of Delhi and Karnataka, intelligence was also included, apart from this, a list of such officers posted across the country by the central government for this team was also prepared, who had already participated in such sensitive tasks. The agency court had to fight the war with PFI on many fronts, that too not only in Karnataka but all over India, these officers had to collect such evidence against infidelity, which can be used to eliminate a dirty poisonous organization called PFI at domestic and international. (Operation Octopus)

In the last week of August, Amit Shah and Ajit Doval hold a meeting with their team in which the heads of IB and RAW agents were also present, during this present meeting the evidence against PFI was to be discussed in detail by IB Chief Tapan Dekha Submit a report prepared by your undercover agent that contained detailed information on all the big and small in the organization.

At the very end of this meeting, while looking at NSA Ajit Doval, he always says, Deval sahib, tell me the name for this operation, he is like PFI. Like so many operations are spread in so many states so many agencies are working so I thought its name should be Octopus "Operation Octopus"

Friends, this is the second part of Operation Octopus, it is hoped that if you people are getting to learn something from this then follow this blog. Thank you

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